अनुसंधान एवं विकास केन्द्र, गुडगाँव

  1. एचआईएल अनुसंधान एवं विकास केंद्र का सिद्धान्त है "हरित पर्यावरण, स्वच्छ पर्यावरण" और संगठन ने जोखिम वाले अम्लीय उपोत्पाद के उपयोग को सम्मिलित करते हुए एक अनुसंधान परियोजना की श्रृंखला में इसे एक उपयोगी और सुरक्षित उत्पाद सरफेक्टेंट / पायसीकारकों में परिवर्तित करने की पहल की है , जिससे संगठन निर्माण प्रक्रिया में ‘’हरित प्रौद्योगिकी’’ के प्रमुख सिद्धांत को लागू करके पर्यावरण और सतत विकास के लिए योगदान कर सके ।

  2. वर्तमान पैस्टिसाइड्स फार्मुलेशनों के लिए सुरक्षित मितव्ययी एवं पर्यावरण अनुकूल नुस्खे का विकास, स्थानीय तौर पर उपलब्ध स्वदेशी कच्ची सामग्री तथा अक्रियों का उपयोग करके लागत दक्षता में सुधार लाना ।

  3. कार्य कुशलता को बढ़ाने के लिए वर्तमान प्रक्रियाओं में सुधार लाना, कम वि‍षैली तथा पर्यावरण अनुकूल कच्ची सामग्री का प्रयोग करना तथा पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करना ।

  4. गुणवत्ता अनुरक्षण के लिए हमारी विभिन्न एककों में प्रसंस्क‍रण संबंधी समस्याओं का समय-समय पर समाधान करना तथा जब भी आवश्यकता हो, विभिन्न उत्पादों के वाणिज्यिक स्तर को उन्नत करने की गतिविधियों को तकनीकी सहायता देना ।

  5. प्रयोगशाला तथा पॉयलट-प्लांट स्तर पर इन हाउस अनुसंधान एवं विकास द्वारा वाणिज्य स्तर तक प्रौद्योगिकी को विकसित करने के लिए प्लांट ट्रायल में विनिर्माणन यूनिटों का सहयोग करना ।

  6. पैस्टिसाइड्स और उनके फार्मुलेशन के विश्लेषण के लिए इंस्ट्रूमेंटेशन प्रक्रियाओं द्वारा तरल विघटन में परिवर्तित करना ।